अब भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और अपनी रक्षा क्षमता को मजबूती से बनाए रखने के लिए मिसाइलों की बड़ी मात्रा में ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समय, भारत ने कई विभिन्न देशों से मिले ऑर्डर के माध्यम से अपनी सैन्य सुधारने का एक महत्वपूर्ण प्रयास किया है। इस नए कदम से भारत ने अपने रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने का संकेत दिया है और एक मजबूत रक्षा प्रणाली की दिशा में कदम बढ़ाया है। "रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रमुख समीर वी कामत ने गुरुवार को बताया कि भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलें बेची हैं। उन्होंने इस सम्बंध में कहा कि देश को इन मिसाइलों के लिए फिलीपींस के साथ साथ अन्य देशों से भी आर्डर मिल रहे हैं, जिससे भारत दुनिया भर में रक्षा क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ है।
डीआरडीओ चीफ ने इसके आगे बढ़ते हुए कहा कि उनका मानना है कि भारत अगले 10 दिनों में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों के लिए ग्राउंड सिस्टम का निर्यात शुरू करेगा। इससे सिस्टम को और भी मजबूती मिलेगी और मिसाइलों की तैयारी में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि इन क्रूज मिसाइलों को मार्च, 2024 तक भेजा जाने की उम्मीद है।
इससे पहले, अक्टूबर महीने में खबर आई थी कि फिलीपींस सेना ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की तीन से ज्यादा बैटरियां खरीदने की योजना बना रही है। भारत ने पहले ही इस निर्यात के लिए फिलीपींस के साथ एक समझौता किया है, जिससे दोनों देशों के बीच मिसाइल डील पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
फिलीपींस इन ब्रह्मोस मिसाइलों को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी तटरेखा को मजबूत करने के उद्देश्य से खरीदना चाहता है, जिससे वह चीन के खिलाफ सुरक्षित रह सके। फिलीपींस को इजराइल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध से भी खतरा महसूस हो रहा है।
यह ब्रह्मोस मिसाइलों की तीन बैटरियों की आपूर्ति के समझौते का मूल्य 374.96 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो जनवरी 2022 में हुआ था। इससे भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में अपने प्रगति को मजबूत किया और दुनिया भर में अपनी नजरें बढ़ाई हैं।
Post a Comment
Post a Comment